उच्च शिक्षा Options

इस योजना से हरियाणा सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रयास कर रही है। सरकार चाहती है कि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और समाज में अपनी पहचान बना सकें।

नेपालमा त्रिभुवन विश्वविद्यालय (०१६), नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय (०४३), काठमाडौं विश्वविद्यालय (०४८), पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय (०५३) र पोखरा विश्वविद्यालय (०५४), लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय (०६२), सुदूरपश्चिम विश्वविद्यालय, मध्यपश्चिम विश्वविद्याल र कृषि तथा वन विश्वविद्यालय (०६८), नेपाल खुला विश्वविद्यालय (०७३) र राजर्षि जनक विश्वविद्यालय (०७४) खुलेका छन् । प्रदेश तहमा गण्डकी विश्वविद्यालय, मनमोहन प्राविधिक विश्वविद्यालय, मधेश कृषि विश्वविद्यालय, लुम्बिनी प्राविधिक विश्वविद्यालय, मधेश विश्वविद्यालयसहित थुप्रै विश्वविद्यालय स्थापना भइसकेका छन् । योगमाया आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय ऐन सदनमा छ । हालै सरकारले तिलगंगा अस्पताललाई विश्वविद्यालय बनाउने निर्णय गरेको छ । 
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हाम्रो शिक्षा प्रणाली परम्परागत प्रणालीमा आधारित नम्बर तथा शिक्षक केन्द्रित रहेको, शिक्षा प्रदायकबीच आवश्यक सहकार्य तथा एकरूपता कायम गर्न नसकिएको कारण खोज तथा अनुसन्धानात्मक शिक्षाको उन्नयन हुन सकिरहेको छैन । जसले गर्दा शैक्षिक गुणस्तरमा वृद्धि हुन सकेको देखिँदैन । यसर्थ विश्वविद्यालय, शिक्षा प्रदायक तथा सरोकारवाला निकायले खोज तथा अनुसन्धानात्मक शिक्षा प्रणालीमा जोड दिने हो भने विद्यार्थी स्वायत्त सिकारु भई शिक्षाको गुणस्तरमा बढोत्तरी हुनेछ । नम्बरमा आधारित शिक्षा प्रणालीले गर्दा विद्यार्थीको क्षमताको पूर्ण मूल्यांकन हुन सकेको छैन । त्यसैले उच्च शिक्षाको उचित व्यवस्थाका लागि पूर्वनिर्धारित मापदण्ड र तिनको कार्यान्वयनको आवश्यकता छ ।

हिउँ पन्छाउँदै छाङरुमा सशस्त्र प्रहरीको गस्ती

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया की हरियाणा चिराग योजना का लाभ केवल गरीब लोगों को ही दिया जाएगा पर इसके अंतर्गत भी सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं जैसे –

निजी स्कूलों में। यह योजना के लाभार्थी विद्यार्थियों को समायोजित करने में मुश्किलें पैदा करता है। इसके अलावा, योजना को सफल बनाने के लिए प्रबंधन और निगरानी

हरियाणा चिराग योजना या यूं कहें कि हरियाणा अनुदान योजना को लागू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य गरीब व निम्न मिडिल क्लास लोगों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने की इच्छा सभी की होती है लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण विद्यार्थी चाह कर भी प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ पाते हैं। इसीलिए इस चीज को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस योजना को निकाला है जिसके तहत वह गरीब विद्यार्थियों को जो पढ़ाई करने में इच्छुक हैं उन्हें प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलवाएंगे।

चिराग योजना से गरीब बच्चों को कौन से फायदे मिलते हैं?

उपकुलपति सिफारिस प्रक्रिया यथाशीघ्र टुङ्ग्याउन ध्यानाकर्षण

चिराग योजना हरियाणा राज्य सरकार ने शुरू की है। यह योजना गरीब परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देती है। इसका उद्देश्य बच्चों के बीच शैक्षिक समानता लाना है।

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जिस मान्यता प्राप्त निजी स्कूल को अभिभावक, छात्र द्वारा आवेदन पत्र दिया जाएगा, वह स्कूल अभिभावक, छात्र द्वारा रसीद जरूर हासिल करेगा. सफल छात्र का पिछले सरकारी स्कूल से स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट लिया जाना अनिवार्य होगा.

०५६ को बजेटमा महेन्द्र मोरङ क्याम्पसलाई पूर्वाञ्चल र पृथ्वीनारायण क्याम्पसलाई पोखरा विश्वविद्यालयमा राख्ने काम विश्वविद्यालयहरू पहिले नै स्थापना भएका कारण पूरा भएन । ०६८ मा खुलेका कृषि तथा वन, मध्यपश्चिम र सुदूरपश्चिम विश्वविद्यालय पनि त्रिविका आंगिक क्याम्पसलाई मिलाएर चलाउने भन्ने योजना पूरा हुन सकेन । तर, हेटौंडा र रामपुरमा रहेका आंगिक क्याम्पस बन्द हुँदा कृषि तथा वन विश्वविद्यालयको तिक्तता त्रिविसँग देखियो । यस समस्याका बारेमा विश्वविद्यालयका पदाधिकारी, दल र सरकारले गैरजिम्मेवार भएर बोल्न मिल्दैन । 

चयनित उम्मीदवारों को स्कूलों में प्रवेश के लिए लकी ड्रॉ का सामना करना पड़ सकता है।

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